
२ से ८ अगस्त तक अपरान्ह ३.३० बजे से कुदरसाई,सरायकेला स्थित बाबा बुद्धेश्वरनाथ मंदिर प्रांगण में जारी रहेगा श्रीमद्भागवत कथा, ९ अगस्त को हवन पुर्णाहुति के साथ होगा समापन
श्री श्री आश्रम बंगलोर से पधारे कथा वाचक स्वामी दिव्यानंदजी महाराज के मुखारविंद से श्रद्धालु करेंगे भागवत कथा का श्रवण
बाबा बुद्धेश्वरनाथ भक्त मंडली एवम श्री हरि-हर सेवक मनोज चौधरी ने संयुक्त रूप से उक्त पावन कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं को शामिल होकर अमृत कथा श्रवण करने की अपील की है।

सरायकेला : बाबा बुद्धेश्वरनाथ भक्त मंडली के तत्वाधान में कलाधाम सह पावन नगरी सरायकेला के कुदर साई स्थित प्रसिद्द बाबा बुद्धेश्वरनाथ मंदिर परिसर में 2 अगस्त से 8 अगस्त तक श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया है।उक्त श्रीमद भागवत कथा ज्ञान सप्ताह की शुरुआत में 2 अगस्त बुधवार की सुबह सरायकेला के श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर से कुदरसाई स्थित बाबा मंदिर तक भव्य कलश यात्रा निकाली गई।

शंख ध्वनि,करताल ध्वनि, पूजा विधि के पारम्परिक वाद्य यंत्रों के साथ मूसलधार बारिश की परवाह किये बिना भींगते हुए सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष श्रद्धालु उक्त कलश यात्रा में शामिल हुए।जय श्री राधे , हर हर महादेव के जयकारे के साथ सम्पूर्ण नगरी भक्तिमय होने लगा। इसके पश्चात मंदिर परिसर में कलश स्थापना कर पूजा अर्चना की गई । श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिवस बुधवार शाम को कथा का श्रवण करने हेतु श्रद्धालु उमड़पडे एवम पवित्र श्रीमद भागवत कथा का श्रवण कर श्री राधा-कृष्ण भक्तिरस में डूबे रहे

श्री राधे कृष्ण के जय घोष से मंदिर परिसर गुंजायमान हुआ ,सम्पूर्ण क्षेत्र कृष्णभक्ति में तल्लीन हुआ। श्रीमद्भागवत कथा महात्म्य का सादर वर्णन करते हुए कथावाचक परम् श्रद्धेय स्वामी दिव्यानंदजी महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा में ज्ञान, भक्ति, तथा वैराग्य की महानता के बारे में बताया गया है। इसका मुख्य विषय आध्यात्मिक योग और भक्ति चेतना को जागृत करना है। यहां विद्या का अक्षय भंडार है साथ ही यह सभी प्रकार के कल्याण व सुख देने वाला है। कथा अनुरूप स्वामी दिव्यानंदजी महाराज जी ने विभिन्न कथा प्रसंगों का भगवतमय चित्रण सह भावमय वर्णन किया। इस दौरान उपस्थित श्रद्धालुगण श्रद्धेय स्वामीजी के श्रीमुख से पवित्र भागवत वाणी का श्रवण करते हुए भगवत्कृपा के सागर में गोता लगाते रहे।

प्रथम दिवस कथा के अंत मे श्री राधे कृष्ण की आरती की गई व भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। जारी सात दिवसीय उक्त भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में भागवत महात्मय, कपिलावतार एवम ध्रुव चरित्र,जड़भरत संवाद एवं नरसिंहावतार, वामन अवतार कृष्ण जन्मोत्सव एवं नंदोत्सव, श्री कृष्ण बाल लीला गोवर्धन पूजा एवं छप्पन भोग,उद्धव चरित्र रुक्मणी विवाह महोत्सव एवं सुदामा चरित्र, श्रीकृष्ण उद्धव संवाद शुकदेव विदाई एवं भागवत पूजन विदाई का विधि पूर्वक भक्तिमय वातावरण में वर्णन पूजन किया जाएगा इस दौरान कथानुसार देवझाँकी भी प्रदर्शित की जाएगी तथा 9 अगस्त को हवन पूर्णाहुति के पश्चात भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण कर उक्त कार्यक्रम का समापन होगा। श्रीमद्भगवत कथा के इस महाआयोजन को सफल बनाने में बाबा बुद्धेश्वरनाथ भक्तमंडली के सभी सदस्य गण एवम सम्पूर्ण सरायकेलावासी तन मन धन से श्री हरि-हर सेवा में जुटे हुए हैं ।