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सर्प मित्र के रूप में जाने जाते मोहन सिंह मुंडा
सरायकेला जिला के कांड्रा थाना अंतर्गत डुमरा पंचायत के कोचा कुली टोला निवासी मोहन सिंह मुंडा उम्र 58 साल की हृदय गति रूकने से मौत हो गई.सैकड़ो लाेगाें काे सांपाें के भय से मुक्त कराने और सांपाें काे रेस्क्यू कर उनके प्राकृतिक निवास तक पहुंचाने वाले सर्प रक्षक के नाम से विख्यात मोहन सिंह मुंडा नहीं रहे. उनका हृदयगति रुक जाने से अचानक निधन हाे गया. वे काफी गरीब परिवार से थे और काफी नेक दिल इंसान थे। बताते चले की मृतक मोहन सिंह मुंडा मजदूरी कर अपना परिवार चलाते थे पिछले कई वर्षाें से मजदूरी के काम के साथ – साथ वे सांपाें काे रेस्क्यू करने के काम से जुड़े और शिद्दत से करने लगे। डुमरा में वे सर्प मित्र के रूप में जाने जाते थे। घराें में सांप घुसने पर लाेग उन्हें आधी रात काे बुलाते थे । वे लाेगाें काे यह समझाते थे कि ज्यादातर सांप जहरीले नहीं हाेते हैं, इन्हें मारना नहीं चाहिए। इस सेवाकार्य का वे काेई पैसा नहीं लेते थे। वही डुमरा निवासी मोहन सिंह मुंडा के निधन पर डुमरा समेत आसपास के गांव में शोक की लहर है।