
नोआमूंडी ब्लॉक अंतर्गत ग्राम जेटीया निवासी मिश्रो गोप की 10 साल की बेटी काफी दिनों से गंभीर बीमारी से पीड़ित थी लेकिन उनकी पारिवारिक स्थिति उतनी अच्छी नही थी जिसके कारण से वह अपनी बच्ची को उनका इलाज कराने एव सदर अस्पताल तक पहुंचाने में असमर्थ थे। जिला के तरफ से संचालित ग्रामीण क्षेत्रों में पीरामल फाउंडेशन के सहयोग से नोआमुंडी ब्लॉक में संचालित डॉक्टर ऑन व्हील्स (मोबाइल मेडिकल यूनिट) में पदस्थापित श्री अमरनाथ महतो (कम्युनिटी मोबिलाइजर) को निशुल्क स्वास्थ्य शिविर के दौरान जब इसकी खबर मिली तो बच्ची की स्वास्थ्य स्तिथि जानने हेतु उनके आवास पर पहुंचा और देखा की बच्ची एक गंभीर बीमारी से पीड़ित है

इसकी सूचना तुरंत वह डॉक्टर हरिंद्र सिंह मुंडा (एमओआईसी) को दिया साथ ही साथ जिला में संचालित बाल कल्याण समिति में पदस्थापित श्री जुईदो करजी को भी दिया। एमओआईसी सर ने तत्काल बच्ची के लिए टिस्को प्रबंधक से वार्तालाप कर बच्ची के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था किया गया। और सकुशल बच्ची को सदर अस्पताल चाईबासा पहुंचाया गया लेकिन बच्ची की स्वास्थ्य स्थिति देख तुरंत उसे उनकी बेहतर इलाज हेतु डॉक्टर द्वारा रिम्स रेफर कर दिया गया।

श्री महतो ने बाल कल्याण समिति और जिले में कार्यरत सभी बाल क्षेत्र से जुड़े कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय स्थापित करके बच्ची को चाईबासा चाइल्डलाइन के साथियों के साथ रिम्स रांची ले जाने हेतु उचित व्यवस्था किया गया। बच्ची थोड़ी देर के बाद रिम्स रांची पहुंचेगी और उनकी इलाज शुरू होगी।श्री महतो का कहना है कि जिला के तरफ से बहुत सारी सुविधाएं दी जाती है लेकिन लोगों को इसकी जानकारी नही होने के कारण इसका लाभ नही ले पाते है बच्चों के उपर सरकार लाखों खर्च वैसे बच्चों के लिए करती है जो अत्यंत गरीबी रेखा के अंतर्गत आतें हैं। लेकिन जिले में बैठे अफसरों के पास किसी प्रकार की शिकायत नही पहुंचने के कारण और आम जनता जानकारी के अभाव से वे लोग बैठे बैठे अपना वेतन लेते है।आज जिस तरह से हमारी शिकायत पर कारवाई सुनिश्चित हुई और बच्ची को रिम्स रांची के लिए समुचित व्यवस्था किया गया उसके लिए तमाम बाल क्षेत्र से जुड़े कार्यकर्ताओं का दिल से आभार प्रकट करता हूं।