
क्षेत्रीय गौड़ समाज की बैठक में जन्माष्टामि पूजन सह उत्सव संचालन समिति का हुआ गठन,नीलसेन प्रधान को अध्यक्ष,हेमसगर प्रधान को उपाध्यक्ष की मिली जिम्मेदारी
6 से 12 सितंबर 2023 तक होगा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव सह मेला का आयोजन
मीनाबाजार ,दहीहंडी फोड़ कार्यक्रम व कई मनोरंजन के साधन होंगे मुख्य आकर्षण के केंद्र

सरायकेला :: राज्य की धार्मिक-सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाले सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत जगन्नाथपुर गांव की श्रीकृष्ण भक्ति व परम्परा अपने आप मे अनूठा है। जैसा कि उक्त गांव के नाम के शब्दविन्यास(“जगन्नाथपुर” अर्थात श्रीजगन्नाथ का वास स्थान) से ही पता चलता है यहां की निवासियों की जगन्नाथ भक्ति, श्रीकृष्ण भक्ति की

महत्ता अनुपम है। अपने इसी श्रीकृष्ण भक्ति से ओत प्रोत होकर उक्त ग्रामवासी हर साल जगत के पालनहार श्री हरि विष्णु के अवतरण दिवस पर बडे ही विधिविधान से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पूजन उत्सव का आयोजन कर जगत कल्याण की प्रार्थना करते हैं। प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी उक्त पूजन उत्सव के सफल आयोजन हेतु सरायकेला प्रखण्ड के मुरुप पंचायत अन्तर्गत जगन्नाथपुर गाँव के रांगाटांड मैदान पर स्थित भगवान श्रीकृष्ण मन्दिर प्रांगण में जन्माष्टमी पूजा सह उत्सव को लेकर रविवार को मन्दिर प्रांगण में महालिमोरूप क्षेत्रीय गौड़ समाज के अध्यक्ष नीलसेन प्रधान की अध्यक्षता पर एक बैठक हुई। बैठक में जन्माष्टमी पूजा सह उत्सव के संदर्भ में विचार विमर्श किया गया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इस वर्ष भी भगवान कृष्ण की भव्य प्रतिमा स्थापित कर जन्माष्टमी पूजन धूमधाम से किया जाएगा। इस अवसर पर क्षेत्र के लोगों की मनोरंजन के लिए एक सप्ताह मीनाबाजार व मेला लगाया जाएगा। यह आयोजन आगामी दिनांक 6 से 12 सितंबर 2023 तक रहेगा। बैठक में जन्माष्टामि पूजा सह उत्सव संचालन समिति का गठन किया गया जिसमे सर्वसहमति से नीलसेन प्रधान को अध्यक्ष,हेमसगर प्रधान को उपाध्यक्ष,नागेश्वर प्रधान को सचिव, जगन्नाथ प्रधान ,पंचम प्रधान, बासुदेव प्रधान को सहसचिव, राजेंद्र प्रधान को कोषाध्यक्ष, मुकेश प्रधान को उप कोषाध्यक्ष चुना गया । कृष्णा कुमार प्रधान, शंभुनाथ प्रधान आदि को मुख्य सलाहकार चुने गए।इसके अलावे कई युवाओं को सक्रिय सदस्य के रूप में चुना गया। सर्वसहमति से अगली बैठक की तिथि दिनांक 30 जुलाई 2023 को निर्धारित किया गया । उक्त बैठक मन्दिर प्रांगण में आयोजीत होगी। इस बैठक में समिति का विस्तार हेतु महालिमोरूप क्षेत्रीय गाँव के बुद्धिजीवी लोगों को जोड़ा जाएगा।।साथ ही जन्माष्टमी पूजा की रूप रेखा तय की जाएगी। विदित हो कि उक्त जन्माष्टमी पूजन उत्सव सह मेला का लुत्फ उठाने जिले भर से लोग जगन्नाथपुर गाँव पहुँचते है।