
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खरसावां के स्थानांतरण को निरस्त करने को लेकर रविवार को स्थानीय ग्रामीणों ने खरसावां में एक बैठक का आयोजन किया .जिसमें ग्रामीणों ने अस्पताल स्थानांतरण के मुद्दे का घोर विरोध किया .बताया गया कि राज्य रजवाड़ों के

समय से संपूर्ण खरसावां के जन स्वास्थ्य के प्रति सेवारत अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खरसावां का अन्यत्र स्थानांतरण न्याय संगत नहीं है. ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में ग्रामीणों द्वारा स्थानीय विधायक दशरथ गागराई एवं जिला उपायुक्त को उक्त मामले के संबंध में ज्ञापन सौंपकर अवगत करा दिया गया है.वहीं रविवार को हुए इस बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि शीघ्र ही स्थानीय सांसद व जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा को ज्ञापन सौंपकर उपरोक्त मामले से अवगत कराया जाएगा साथ ही भविष्य में आवश्यकता अनुसार अपनी मांग के समर्थन में शांतिपूर्ण तरीके से स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में ग्रामीणों द्वारा धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा.

विदित हो कि खरसावां राजमहल के निकट स्थित यह अस्पताल आजादी के पूर्व से चली आ रही जन स्वास्थ्य सेवा का सर्वोत्तम केंद्र है जो कि एक धरोहर के समान ही है ग्रामीणों के अनुसार खरसावां रियासत के समय से संचालित हो रही स्वास्थ्य सेवा केंद्र का अन्यत्र स्थानांतरण की प्रक्रिया न्यायोचित नहीं है. ग्रामीणों ने प्रशासन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खरसावां के स्थानांतरण प्रक्रिया को निरस्त करने की अपील की है.वही इस बीच मुख्य रूप से खरसावां पंचायत की मुखिया सुश्री सुनीता तापे ,


हरिश्चंद्र आचार्य, नयन नायक, आलोक दास ,सुमंत महंती , सुशील सारंगी, श्यामी महापात्र ,नंदू पांडे ,अभिषेक आचार्य, विमल अग्रवाल, गोवर्धन राउत, उत्तम मिश्र, आदित्य नायक, बबलू मोदक, पिंटू नायक ,चक्रधर मिश्र ,आशीष कुमारपती, बुधराम हेंब्रम, नीतू ,जोबा कालिंदी, राम चरण बांद्रा ,राकेश दास, भीमसेन चौधरी, प्रवीण अग्रवाल, समीर आचार्य, बोलोदे , दिलीप पात्र, कार्तिक राउत समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे.