
नोवामुंडी – 13 सितंबर शनिवार को नोवामुंडी कॉलेज के अंबेडकर हॉल में प्राचार्य डॉ. मनोजीत विश्वास के निर्देश पर ‘पर्सनल हेल्थ एंड हाइजीन’ विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता प्रो. प्रतिभा सोमकुंवर ने की। यह कार्यक्रम विशेष रूप से केवल छात्राओं के लिए आयोजित किया गया था।
कार्यशाला में छात्राओं को मासिक धर्म, साफ-सफाई और व्यक्तिगत स्वच्छता के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। सेनेटरी बॉक्स और पैड के उचित उपयोग तथा स्वच्छ वातावरण बनाए रखने पर विशेष जोर दिया गया।

इस अवसर पर कॉलेज की सभी शिक्षिकाएँ उपस्थित रहीं। प्रो. सोमकुंवर ने कहा कि छात्राओं को स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना चाहिए, ताकि वे समाज में भी दूसरों को प्रेरित कर सकें। वहीं प्रो. सीमा ने कहा कि मासिक धर्म के समय साफ-सफाई और उचित साधनों का प्रयोग करना छात्राओं के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। शिक्षकेत्तर कर्मियों में श्रीमती प्रमिला देवी ने छात्राओं से कहा कि नारियों को अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी स्वयं रखने की आवश्यकता है, कॉलेज में छुट्टी के बाद अविभावक के बिना अनुमति या सूचना के बगैर इधर-उधर घूमना नहीं चाहिए। कॉलेज परिसर में चाहे किसी भी प्रकार असुविधा महसूस हो तो इसकी जानकारी हमें तत्काल दिया जाए ताकि इसका निदान किया जा सके। कहा कि उपयोग में लाए गए वस्तुओं को इधर-उधर न फेंककर सीधे डस्टबीन का उपयोग करें। कार्यशाला में उपस्थित प्रो शान्ति पुरती, प्रो सुमन चातोम्बा, प्रो हीरा चातोम्बा और प्रो मंजू लता सिंकू ने भी स्वच्छता और नैतिकता पर अपने विचार साझा किए।
इसी दौरान शिक्षकों ने अलग-अलग कक्षाओं में बैठे कॉलेज के छात्रों को नैतिकता से संबंधित बातें भी बताईं। उन्होंने छात्रों को समय का पाबंद रहने, विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लेने, परोपकारिता की भावना जगाने, माता-पिता का आदर करने और मोबाइल में अधिक समय न गंवाने जैसी बातों की सीख दी।
विभिन्न संचालित कक्षाओं में विषयवार शिक्षकों में प्रो. पी. एन. महतो, साबिद हुसैन, धनी राम महतो, राजकरण यादव, दिवाकर गोप, तन्मय मंडल, नरेश कुमार पान और संतोष पाठक, डॉ. क्रान्ति प्रकाश आदि ने उपस्थित होकर नैतिक शिक्षा कार्यक्रम का संचालन किया।