
जमशेदपुर। केरला पब्लिक स्कूल, बर्मामाइंस में आयोजित यंग इंडियंस संसद (वाईआईपी) सिटी लेवल राउंड 2025 का समापन रविवार को जोश और उत्साह के साथ हुआ। यंग इंडियंस जमशेदपुर चेप्टर द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम में शहर के विभिन्न स्कूलों से 100 से अधिक छात्रों ने भाग लिया और संसदीय प्रणाली को जीवंत रूप में आत्मसात करते हुए नेतृत्व, नीति निर्माण और लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम के दूसरे दिन का मुख्य आकर्षण रहा दो घंटे का मॉक पार्लियामेंट सत्र, जिसमें छात्र सांसदों ने निम्नलिखित मुद्दों पर गहन चर्चा कीः- झारखंड में महिला सशक्तिकरण, राज्य में पर्यटन का विकास, स्वास्थ्य क्षेत्र की चुनौतियाँ और समाधान, छात्रों ने कुल चार विधेयकों का मसौदा तैयार किया, जिनमें से दो विधेयक बहुमत से पारित हुए। इससे छात्रों की शोध क्षमता, तार्किक सोच और लोकतांत्रिक प्रक्रिया की समझ उजागर हुई।
उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 10 पुरस्कार वितरित किए गएः- डीबीएमएस कदमा हाई स्कूल को 4 पुरस्कार, केरल पब्लिक स्कूल, कदमा को 2 पुरस्कार, लोयोला स्कूल को 2 पुरस्कार, जुस्को स्कूल, कदमा को 2 पुरस्कार। पुरस्कार ‘सर्वश्रेष्ठ वक्ता’, ‘सर्वश्रेष्ठ सांसद’, ‘सर्वश्रेष्ठ विधेयक’ और ‘सर्वश्रेष्ठ टीम समन्वय’ जैसी श्रेणियों में दिए गए।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि रघुनाथ पांडेय (अध्यक्ष, टीएसयूआईएसएल, वर्कर्स यूनियन) ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि देश का भविष्य इन युवाओं के हाथों में सुरक्षित है। उन्होंने यंग इंडियंस की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन छात्र जीवन में जागरूकता, जिम्मेदारी और नेतृत्व की भावना विकसित करते हैं।
मंच पर अन्य विशिष्ट अतिथियों में उदित अग्रवाल, पूर्व चेयर, यंग इंडियंस जमशेदपुर, रचना नायर, अकादमिक निदेशक, केरल पब्लिक स्कूल, बर्मामाइंस, कौशिक मोदी, वर्तमान चेयर, यंग इंडियंस जमशेदपुर तथा यंग इंडियंस टीम के अन्य सदस्य जिन्होंने आयोजन को सफल बनाया शामिल रहे।
कार्यक्रम का समापन तालियों की गूंज, प्रेरक शब्दों और छात्रों के चेहरे पर गर्व की चमक के साथ हुआ, जो जमशेदपुर में युवाओं द्वारा संचालित सशक्त नागरिक सहभागिता का एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गया। मालुम हो कि यंग इंडियंस संसद, यंग इंडियंस की थालिर वर्टिकल के तहत संचालित एक प्रमुख शैक्षणिक पहल है, जिसका उद्देश्य युवाओं को भारत की संसदीय प्रणाली से परिचित कराना और उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करना है।