आदित्यपुर आटो क्लस्टर सभागार में सांख्यिकी शाखा की ओर से जिला स्तरीय जीवनांक संबंधी प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि उपायुक्त अरवा राजकमल ने कार्यशाला में जन्म- मृत्यु निबंधन की विस्तृत जानकारी देते हुए इसके उपयोगिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने जिले में जन्म- मृत्यु निबंधन की प्रक्रिया पर संतुष्टि जताई।

उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी के अभाव में जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र बनने के आंकड़ों में तेजी लाने के निर्देश दिया। इसके लिए उन्होंने जागरूकता पर बल दिया। उन्होंने कहा ज्यादातर निजी नर्सिंग होम द्वारा डाटा छिपाया जा रहा है, जो गलत है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में संस्थागत प्रसव संभव नहीं है। ऐसे में सभी स्वास्थ्य कर्मियों को गर्भवती माताओं का डाटा रखना अनिवार्य है। जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र एक अनिवार्य प्रक्रिया है। इसका सख्ती से पालन करना जरूरी है।कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि एसडीओ रामकृष्ण कुमार, जनगणना कार्य निदेशालय के सहायक निदेशक आशुतोष कुमार बीसी, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी फैजान सरवर, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी सीएचसी प्रभारी के साथ असिस्टेंट स्टेटिस्टकल पदाधिकारी रमेश प्रसाद, गंगा सागर, बरुन ओझा, राघव कुम्भकार, रोहित सिंह मोदक शामिल थे।