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पंचायती राज व्यवस्था लोकतंत्र की रीढ़ — प्राचार्य डॉ. मनोजित विश्वास

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नोवामुंडी – 24 अप्रैल गुरुवार को नोवामुंडी कॉलेज में प्राचार्य डॉ. मनोजित विश्वास के निर्देश पर सोलहवें राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. मुकेश कुमार की अध्यक्षता में ‘भारत में पंचायती राज व्यवस्था ‘ विषय पर विभागीय सेमिनार का आयोजन डिजिटल हॉल में किया गया।
इस अवसर पर प्राचार्य सहित कॉलेज के शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।


इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य भारत में पंचायती राज व्यवस्था की संरचना, कार्यप्रणाली एवं इसके महत्व पर विस्तार से चर्चा करना था ताकि छात्र-छात्राओं को लोकतांत्रिक ढांचे की मूल आत्मा से परिचित कराके उन्हें यह समझाया जा सके कि किस प्रकार पंचायती राज संस्थाएँ भारतीय गाँव के विकास में अहम भूमिका निभा सकती है।
सेमिनार में मुख्य वक्ता के रुप में उपस्थित प्राचार्य डॉ. विश्वास ने पंचायती राज व्यवस्था को भारतीय लोकतंत्र की रीढ़ बताते हुए कहा कि भारतीय गाँव के सतत विकास और लोगों के जीवन स्तर पर सुधार के लिए पंचायती संस्थानों की सक्रिय भूमिका अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को इस व्यवस्था के बारे में गंभीरता से अध्ययन करने और इसके माध्यम से समाज में बदलाव लाने की प्रेरणा दी।
विभागाध्यक्ष डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने पंचायती राज दिवस पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए कहा कि पंचायती राज प्रणाली न केवल स्थानीय स्तर पर शासन को मजबूत करती है, बल्कि सामाजिक न्याय, महिला सशक्तिकरण और समावेशी विकास को बढ़ावा देती है। उन्होंने छात्रों को इस विषय पर गहनता से अध्ययन करने और अपने विचारों से समाज को जागरूक करने को कहा।
कार्यक्रम में अतिथि वक्ताओं में प्रो कुलजिन्दर सिंह व प्रो संतोष पाठक ने भी अपने विचार साझा किए। प्रो कुलजिन्दर सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन के मौके पर कहा कि आज समाज में लोग मामूली विवादों को लेकर तुरंत थाना और कोर्ट- कचहरी की ओर रुख कर लेते हैं, जिससे समय और धन दोनों की बर्बादी होती है तथा आपसी संबंधों में भी कड़वाहट आ जाती है। उन्होंने कहा कि यदि पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत किया जाए तो लोग स्थानीय स्तर पर समस्या का समाधान खोज सकते हैं।
सेमिनार में कॉलेज की छात्राओं में पायल बेहरा, खुशबु महतो, अर्चना गोप, सुनीता प्रधान,पिंकी प्रधान, सोनाली बेहरा, रश्मिता बेहरा, ममता लोहार, अनुसूइया बेहरा ने भी भाग लेकर अपने विचार साझा किए
मौके पर कॉलेज के प्रो पीएन महतो, धनी राम महतो, राजकरण यादव, साबिद हुसैन, कुलजिंदर सिंह , तन्मय मंडल, शान्ति पुरती, डॉ क्रांति प्रकाश, संतोष पाठक ,सुमन चतोम्बा आदि उपस्थित थे।

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