
नोवामुंडी,20 जनवरी: सोमवार को चक्रधरपुर रेल मंडल के डांगोवापोसी प्रभाग के विशेष परियोजना अंतर्गत पादापहाड स्टेशन से ओडिशा के जमकुंडिया तक विछायी गयी रेल लाईन के एवज में जमीन के बदले मुआवजा व नौकरी की मांगों को लेकर एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन पादापहाड रेलवे स्टेशन के सामने दिया गया. नेतृत्व पूर्व विधायक मंगलसिंह बोबोंगा,मुंडा लक्ष्मण बालमुचू,फिरोज अहमद,राजेंद्र बालमुचू,कांडे बालमुचू,सनातन बालमुचू,सुशीला पुरती,आनंद बालमुचू,रजनी कुंटिया एवं घनश्याम हेंब्रम ने संयुक्त रूप से किया. इस दौरान रेलवे विभाग के पदाधिकारियों को एक ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन में कहा है कि नये रेलवे लाईन विछाने के लिये 2009 को रेलवे द्वारा कुल 29 रैयतों के जमीन अधीग्रहण किया गया,जिसमें 21 रैयतों को जमीन के बदले नौकरी दी गयी,जबकि 8 रैयतों को मेडिकल कराने के बाद भी नौकरी नहीं दी गयी. इसी दौरान सरबिल गाँव में भी सरबिल व पदापहाड के 72 रैयतों की जमीन अधिग्रहण किया गया,लेकिन नौकरी व मुआवजा रेलवे ने नहीं दिये. आगे ज्ञापन में कहा है कि पहले के 8 लम्वित कृषकों को नौकरी दी जाये. कहा,कि वर्तमान में दोबारा 2023-24 को 22 एकड जमीन 2.5 किलोमीटर रेल पटरी विछाने के लिये अधिग्रहण करने की योजना है. रैयतों ने कहा कि पहले 2009 में लिये गये जमीन के एवज में शेष 8 किसानों को नौकरी दें. तभी बर्तमान में जमीन लेन देन पर विचार किया जायेगा. ज्ञापन में कहा कि पादापहाड जमीन बचाओ समिति प्रतिबद्ध है कि पहले 8 रैयतों को नौकरी दें तथा 28 किसानों के अधिग्रहित जमीन के एवज में मुआवजा व नौकरी दें तभी 2023-24 में जमीन अधिग्रहण के मामला में विचार होगा. मौके पर काफी संख्या में पदापहाड व सरबिल गाँवों के रैयत मौजूद थे.
फोटो पदापहाद रेलवे �