
नोवामुंडी,30 नवम्बर: षिरजन ‘हो’ जन जातीय खेल महोत्सव 4.0 के दूसरे दिन कार्यक्रम की शुरूआत 30 जोडे मांदर व नगाडे के गगन चुम्बी ध्वनि के साथ पारम्परिक समूह नृत्य पेश किया गया.

इस दौरान आदिवासियों की जीवन शैली,परम्परा,समाज संरचना एवं सामाजिक मूल्यों की गजब झाँकी देखते ही बनती थी. दूसरे दिन, यहाँ रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया गया. शुभारम्भ सेकोर खेल से किया गया. लगभग 30 गाँवों से पारम्परिक वेश भूषा में आये महिला पुरूष,बच्चे बुजूर्गों ने पारम्परिक खेल चूर,पिटू,बनम गेड,बनचोम उँई के अलावा पुरूष वर्ग के फुटबाॅल मैच और महिला वर्ग के 100 मीटर दौड प्रतियोगिता का जमकर आनंद उठाया.

इसी बीच विभिन्न गाँवों से आये महिला पुरूषों ने हेरो परब और जोमनाम: परब पर दिलकस नृत्य प्रस्तुत किया. इस बीच रूक रूक कर बारिश भी हो रही थी,लेकिन सांस्कृतिक कार्यक्रम के आगे यह भी फीकी पड गयी. दूसरे दिन के सांंस्कृतिक कार्यक्रम के अंत में क्षेत्र के ग्रामीण मुंडा,मानकी और क्षेत्र के स्कूल काॅलेजों में अब्बल आये मैट्रिक व इंटर के छात्रों को मंच पर पुरस्कृत कर प्रोत्साहित किया गया.
फोटो फुटबाॅल और चूर खेल हेतु तैयार महिला व पुरूष खिलाडी