
सरायकेला जिले के गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत रापचा पंचायत के पिण्ड्रा बेड़ा जाहेरथान में बाहा पर्व का आयोजन किया गया. इस दौरान जाहेरथन में साल वृक्ष के नीचे पारंपरिक रीति रिवाज से पूजा-अर्चना कर सारी परंपराएं संपन्न कराते हुए प्रकृति की पूजा की गई .

जाहेरथान में आदिवासी समाज के लोगों का जुटान हुआ. सबसे पहले जाहेरथान में आदिवासी परम्परा के अनुसार पूरे विधि विधान के साथ नायके बाबा द्वारा प्रकृति की पूजा की गई. इस दौरान जाहेरथान में साल वृक्ष के नीचे पारंपरिक रीति रिवाज से पूजा-अर्चना कर सारी परंपराएं की गई।

प्रकृति की पूजा की इसके बाद नायके बाबा द्वारा वितरित साल के फूल को प्रखंड व आस-पास के करीब सैकड़ो की संख्या में गांव से आए ग्रामीणों ने अपने कानों में लगाकर ईस्ट देवता से सुख, समृद्धि व खुशहाली की प्रार्थना की इस दौरान मांदर की थाप पर आदिवासी समाज के लोग खूब थिरके.

बाहा पर्व के दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पारंपरिक ढोल नगाड़ों के साथ नाच गान करते हुए पर्व को मनाया. समाज की महिलाओं द्वारा आदिवासी पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किया गया.मांझी बाबा बुदेश्वर मार्डी,नायके बाबा घासी राम मार्डी,

पौराणिक बाबा सोना राम मार्डी, ने बताया कि संताली आदिवासियों में बाहा पर्व का विशेष महत्व है आदिवासी प्रकृति पूजक होते हैं.वही इस मौके पर मुख्य रूप से कांड्रा थाना प्रभारी विनोद कुमार मुर्मू, सब इंस्पेक्टर विनोद कुमार महतो, मांझी बाबा बुदेश्वर मार्डी,नायके बाबा घासी राम मार्डी,पौराणिक बाबा सोना राम मार्डी,उदय मार्डी, राजू मांझी,गोरखा हेम्ब्रम,पवन चंद्र हांसदा,सुजान हांसदा,टिका राम बेसरा, भोगान् हांसदा,हेमंत मार्डी,प्रेम चंद्र मार्डी,मेघराय बेसरा उपस्थित रहे.