आदिवासी कुड़़मी समाज उत्तमडीह ग्राम महिला समिति ने टुसू भसान कर टुसू परब का समापन किया। सभी महिला, पुरुष व बच्चे चौड़ल लेकर पारंपरिक गाजे बाजे के साथ नाचते गाते सुवर्णरेखा नदी तट पर पहुंचे। फिर डिनि टुसू को अगले साल फिर आने की कामना कर जल में भसान कर विदाई दी। मुख्य रूप से मौजूद केंद्रीय अध्यक्ष प्रसेनजीत महतो ने कहा कि टुसु परब जिसका मूल संबंध धान रूपी अन्न महाशक्ति से है, बच्चियां टुसू पाता कर एक माह तक हर शाम इसकी सेंउरन करते हैं। यह परब कुड़मालि संस्कृति के अंतिम परब फसल कटनी के उपरांत मनाया जाता है। इसमें सचिन महतो, प्रकाश महतो, गणेश महतो, आकाश महतो, सुरेश महतो, सुर्यनाथ महतो, हरीश महतो, जितेन महतो, परमेश्वर महतो, विजय महतो, सनातन महतो, नवीन महतो, रोहित महतो, राखाल महतो, कलावती महतो, मुस्कान महतो, सुनीता महतो, पिता महतो, पुनम महतो समेत सैकड़ों संख्या में महिला- पुरुष शामिल हुए।