
प्राइवेट टीचर ट्रेनिंग परीक्षा 2022 से ओड़िया भाषा को हटाने के विरोध में झारखंड एकेडमी काउंसिल के चेयरमैन के नाम जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्रभारी अमरेंद्र कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा गया। इसमें प्राइवेट टीचर ट्रेनिंग परीक्षा 2022 का विज्ञापन में उड़िया भाषा को हटा दिया गया है। इससे झारखंड के मूलवासी ओड़िया जनमानस पर कुठराधात है। कहा कि सरायकेला खरसावां समेत पूरे कोल्हान में उड़िया भाषा लोगों की जनसंख्या भारी तादाद में है एवं झारखंड में ओड़िया को द्वितीय राजभाषा का दर्जा प्राप्त है तथा आठवीं सूची में भी दर्ज है। इसे शास्त्रीय भाषा भी कहा जाता है। परंतु साजिश के तहत उड़िया भाषा को झारखंड से हटाने का प्रयास किया जा रहा है। ओड़िया मूलवासी समाज इसका विरोध करता है। अविलंब ओड़िया भाषा को प्राइमरी टीचर ट्रेनिंग परीक्षा 2022 में जोड़ने की मांग की है अन्यथा उग्र आंदोलन चलाया जाएगा। इसमें एसएन मिश्रा (बाबू मिश्रा), कृष्णा प्रधान अमित सिंह देव, तपन प्रधान, अशोक आचार्य, प्रशांत सारंगी, नंदलाल सत्पथी आदि शामिल हुए।