
कांड्रा शुक्रवार को कांड्रा और आसपास के क्षेत्रों में धूमधाम से सर्पों की देवी मां मनसा की आराधना की गई. इस दौरान पूरे क्षेत्र में उत्सव का माहौल दिखा और पूजा पंडालों में काफी संख्या में भक्तों की भीड़ लगी. कांड्रा में भी पूजा को लेकर शाम से ही लोगों की भीड़ उमड़ गई. वहीं पूजा के दिन संध्याकाल में पारंपरिक रीति- रिवाजों के साथ भक्तों ने तालाब में स्नान किया और माथे पर घट लेकर आए ,

उसके पश्चात् घट का मंत्रोच्चारण के साथ मां मनसा की प्रतिमा के सामने स्थापना किया गया. इस दौरान गाजे- बाजे के साथ काफी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे. लोगों ने मां मनसा से अपने और अपने परिवार के लिए सुख- समृद्धि कि कामना की. शनिवार के ब्रम्हमुहूर्त में मां मनसा के सामने बलि दी जाएगी .

वहीं मां मनसा पूजा को लेकर क्षेत्र के फल- फूल की दुकाने गुलजार रही और पूरा क्षेत्र भक्ति के रस में डूबा हुआ नजर आया. कांड्रा बाँधकुली बड़ामेंड में भक्तों की भीड़ अधिक देखने को मिली. वहीं इस बीच कैलाश महतो और समाजसेवी लाल बाबू महतो ने बताया कि

बड़ामेंड में मां मनसा की पूजा कई पीढ़ियों से चलती आ रही है. इसे श्रद्धालु बड़ी मनसा मां के नाम से भी जानते हैं. वही कांड्रा बाँधकुली में कैलाश महतो श्याम कालिंदी,आनंद रजक,कैलाश गोराई,प्रदीप गोराई,

रासू दास के यहाँ मां मनसा की प्रतिमा स्थापित कर धूमधाम से मां मनसा की पूजा की जाती है. इनके यहां भी मनसा की पूजा कई दसकों से की जा रही है धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भी मां मनसा की पूजा करता है मां उनकी सदैव रक्षा करती है और उसे शर्पदंश से बचाती है .