
राँची,सवर्ण महासंघ फाउंडेशन का एक प्रतिनिधि मंडल राष्ट्रीय अध्यक्ष धनुर्धर त्रिपाठी के नेतृत्व में आज राज भवन में महामहिम राज्यपाल संतोष गंगवार जी से मिलकर झारखंड में भी बिहार के तर्ज पर सवर्ण आयोग का गठन करने की मांग की।जिस पर महामहिम राज्यपाल ने सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया। उक्त अवसर पर त्रिपाठी ने कहा कि आज सवर्ण समाज राजनैतिक एवं संस्थागत रूप से अपनी सुरक्षा और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान को लेकर चिंतित हैं। त्रिपाठी ने बताया की राजनीतिक और सामाजिक रूप से देश में यहां की जनसंख्या को पांच वर्गों में बांटा गया है। जिसमें ओबीसी /एससी,/ एसटी/ माइनॉरिटी एवं सवर्ण हैं ।सवर्ण समाज को छोड़कर अन्य चार वर्गों को प्रत्यक्ष राजनैतिक पार्टीगत हिस्सेदारी मंच मोर्चा और संस्थागत रूप से आयोग का सुरक्षा कवच उनके हितों की रक्षा के लिए प्राप्त है।वैसे में सवर्ण समाज का उत्थान और सांस्कृतिक पहचान इस देश में अक्षुण्ण रहे इसके लिए जरूरी हैं कि अन्य वर्गों की तरह ही सवर्ण समाज को भी हर पार्टियों में मंच मोर्चा के रूप में प्रत्यक्ष भागीदारी सुनिश्चित हो और साथ ही संवैधानिक रूप से सवर्ण आयोग का सुरक्षा कवच भी प्राप्त हो। त्रिपाठी ने कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में साजिशन सवर्ण समाज को सारी व्यवस्थाओं से अलग – थलग करने के लिए ये कुचक्र रचा गया और सवर्ण समाज जिसका राष्ट्र निर्माण और उत्थान में अद्वितीय योगदान रहा हैं उसे देश के अंदर ही दोयम दर्जे की नागरिक की हैसियत तक कि स्थिति में आज धकेल दिया गया हैं।
आज देश की आजादी के 79 वें वर्ष में भी एक सभ्य और राष्ट्र के प्रति समर्पित समाज सवर्ण वर्ग को राजनीतिक हथियार के रूप आबादी का आधार बना कर योग्यता से संख्या की तुलनात्मक तुला पर तौला जाने लगा हैं।अतः आने वाली पीढ़ियों को इस देश में सामाजिक , राजनीतिक और आर्थिक समानता का अवसर योग्यता के आधार पर सुनिश्चित हो इसके लिए आवश्यक है कि पूरे देश में सवर्ण आयोग और हर पार्टीगत व्यवस्था में सवर्ण मोर्चा का गठन हो। त्रिपाठी ने जोर देकर कहा कि देश के यशश्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की यह सोच कि सबका साथ,सबका विकास, सबका विश्वास एवं सबका प्रयास की विराट सोच की तब तक सार्थकता नहीं हैं जब तक सवर्ण समाज को भी अन्य वर्गों की तरह ही उन्हें भी पार्टीगत हिस्सेदारी सवर्ण मोर्चा और संस्थागत सुरक्षा सवर्ण आयोग प्राप्त हो । प्रतिनिधि मंडल में राष्ट्रीय अध्यक्ष धनुर्धर त्रिपाठी के अतिरिक्त झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बिरेंद्र सिंह, महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती अनिशा सिन्हा, संगठन प्रभारी प्रमोद कुमार मिश्रा, प्रदेश महासचिव रविशंकर तिवारी एवं शशि रंजन सिन्हा शामिल थे।