
आज दिनांक 9/5/25, शुक्रवार को पद्मावती जैन सरस्वती शिशु मंदिर नोवामुंडी में हर्षौल्लास के साथ रबीन्द्रनाथ ठाकुर जी की जयंती मनाई गई।
अतिथि के रूप में विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य गण में मिडिल स्कूल की पूर्व प्रधानाचार्या श्रीमती साधना त्रिपाठी जी एवं उनके पति श्री आलोक सरकार जी उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ वंदना स्थल पर दीप प्रज्वलन एवं रबीन्द्रनाथ ठाकुर जी की छायाचित्र पर माल्यार्पण प्रधानाचार्या महोदया एवं अतिथि द्वारा सामूहिक रूप से किया गया। कार्यक्रम में रबीन्द्रनाथ ठाकुर जी की जीवनी पर प्रकाश डाला गया कक्षा नवम के भैया पारस कुमार सिंह द्वारा।

रंगारंग कार्यक्रम में सुंदर बंगाली भजन कक्षा दशम की बहने हंसिका सनपुरिया एवं श्वेता यादव द्वारा गया गया। भानुशाली पदावली पर एक सुंदर एकल नृत्य कक्षा दशम की बहन अंजली पोद्दार द्वारा प्रस्तुत किया गया साथ ही साथ दो सामूहिक नृत्य भैया बहन द्वारा प्रस्तुत किया गया।
भैया बहन को प्रोत्साहित करते हुए अतिथि श्री आलोक सरकार जी ने रबीन्द्रनाथ ठाकुर जी की जीवनी की व्याख्यान रखी और बताया कि रबीन्द्रनाथ ठाकुर जी ने शांतिनिकेतन की स्थापना क्यों की ताकि भैया बहन खुले आसमान के नीचे जाएं अर्जन कर सके नाकी बंद दरवाजे के अंदर।
प्रधानाचार्या महोदया श्रीमती सीमा पालित (गुरुमा) ने रबीन्द्रनाथ ठाकुर जी भारत के महान कवि, लेखक और नोबेल पुरस्कार विजेता गुरुदेव रबीन्द्रनाथ ठाकुर एक ऐसे महान व्यक्ति थे जिन्होंने भारत को वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान दिलाई।
कार्यक्रम में बहन संप्रति पालित और आराध्या कुमारी कक्षा सप्तम द्वारा कविता सुनाया गया, बहन आरुषि सिन्हा और राशि राउत द्वारा मंच संचालन किया गया। सभी आचार्य दीदीजी भी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।