
सोहराय पर्व की पूरे झारखंड में धूम है. प्राकृतिक पर्व सोहराय को लेकर सांवता समिति के मिलन समारोह में सीएम हेमंत सोरेन भी शामिल हुए. रांची विश्वविद्यालय के दीक्षांत मंडप, मोरहाबादी में आयोजित “सोहराय मिलन समारोह आयोजित किया गया.

इस दौरान सीएम हेमंत और मंत्री का स्वागत मिलन समारोह के आयोजनकर्ताओं ने किया. इस दौरान हेमंत सोरेन ने सोहराय पर्व को एकता और सौहार्द का प्रतीक बताया है.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सोहराय पर्व हमारी सभ्यता व संस्कृति का प्रतीक है. हम सभी प्रतिवर्ष इस पर्व को धूमधाम से मनाते हैं.मुख्यमंत्री ने कहा कि जल-जंगल-जमीन की रक्षा के लिए हमसभी को एकजुट होने की जरूरत है। आज प्रकृति को संरक्षित करने में आदिवासी समाज की अहम भूमिका है।

इस भौतिकवादी युग में जल, जंगल और जमीन से छेड़छाड़ हो रहा है। आदिवासी समाज हमेशा से जल-जंगल और जमीन की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया है।

इसलिए जरूरत है कि समाज के सभी लोग मिलजुल कर जल- जंगल-जमीन की सुरक्षा के संरक्षण के लिए आगे आएं।