
टाटा डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल नोवामुंडी में भारतीय भाषा दिवस का आयोजन
टाटा डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल नोवामुंडी में भारतीय भाषा दिवस का आयोजन किया गया | सात दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का समापन आज दिनांक 10 दिसंबर 2024 ,मंगलवार को समारोह पूर्वक किया गया |

भारतीय भाषा दिवस के दौरान, भाषण, गायन, लेखन प्रतियोगिताएं किसी एक भारतीय भाषा में गीतसभा ,प्रार्थना गाना, पर्यावरण, साहित्य, भोजन, अपने परिवेश को जानना, मेरा विद्यालय, मूल्य, अंकगणित, अपनी प्रतिभा दिखाएं, मेरी सोच, मेरे विचार,

पढ़ना, और अभिव्यक्ति जैसे विषयों पर सप्ताहवार गतिविधियों का आयोजन किया गया |कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मन्त्रों के साथ दीप प्रज्वलन के द्वारा किया गया जिसमें वरिष्ठ संस्कृत शिक्षक सुरेश पंडा ने अन्य उपस्थित शिक्षकों के साथ सहभागिता की | कार्यक्रम की रूपरेखा पर शिक्षक अरविंद ठाकुर ने विस्तार से प्रकाश डाला | आगत अतिथियों के लिए कक्षा – सप्तम की महिमा

लाल ने अपने मित्रों के साथ मिलकर मैथिली भाषा में एक स्वागत गीत प्रस्तुत किया – ‘मंगल मय दिन आजु’ | कक्षा एकादश की श्रुति कुमारी ने अपने मित्रों के साथ मिलकर अभ्यर्चना ( बंगाली नृत्य) के माध्यम से बांग्ला संस्कृति को बिखरा | शिक्षक पी.के. दास ने अन्य शिक्षक नंदकुमार दास, ज्योति प्रकाश साहू ,अनंत मैहर के साथ मिलकर उड़ीसा प्रदेश की सुंदरता एवं संस्कृति का वर्णन करते हुए एक उड़िया गीत प्रस्तुत किया ,वहीं शिक्षिका जे. रमा ने तेलुगु एवं तमिल भाषा की समृद्धि पर विस्तार से प्रकाश डाला | कक्षा 9 की हर्षिता ने अपने अन्य मित्रों के साथ मिलकर दक्षिण भारतीय गीत ‘ आरोगुलु’ प्रस्तुत कर माहौल को दक्षिण भारतीय बनाया तथा कक्षा एकादश की ज्योति ने अपने मित्रों के साथ मिलकर नेपाली नृत्य प्रस्तुत करके नेपाली सभ्यता एवं संस्कृति की झलक दिखाई | शिक्षक देवेंद्र देव ने अन्य शिक्षकों संजय कुमार मिश्रा, सचिन चंद्र साहू ,शिक्षिका कुसुम कुमारी आदि के साथ मिलकर भोजपुरी एवं मगही में वार्तालाप प्रस्तुत कर मातृभाषा के महत्व पर प्रकाश डाला | मानवाधिकार दिवस का महत्व बताते हुए कक्षा – 11 की बासमा ने अपने विचार प्रस्तुत किये |
मातृभाषा के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए प्राचार्य श्री प्रशांत कुमार भुइयां ने कहा कि भारतीय भाषा दिवस, तमिल कवि सुब्रमण्यम भारती की जयंती पर मनाया जाता है | इस दिन को मनाने का मकसद है: मातृभाषा का प्रचार करना , सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ाना, लोगों को और भारतीय भाषाएं सीखने के लिए प्रोत्साहित करना, संस्कृति और कला में विविधता का जश्न मनाना ,लोगों को भाषाओं के ज़रिए राष्ट्र की एकता, सद्भाव, और अखंडता का अनुभव कराना ,यह दिखाना कि भाषा सीखना एक मज़ेदार और आनंददायक अनुभव हो सकता है| मंच संचालन कक्ष 9 की प्रज्ञा श्री मिश्रा ने किया | उन्होंने विभिन्न भारतीय भाषाओं में मंच संचालन करके अपनी प्रतिभा का लोहा बनवाया |
धन्यवाद ज्ञापन शिक्षिका गरिमा मिश्रा ने भोजपुरी भाषा में किया | कार्यक्रम की समाप्ति शांति पाठ एवं राष्ट्रगान गाकर किया गया |