
जमशेदपुर : कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड ( केएमएएमसी/ कोटक म्यूचुअल फंड) ने साल 2025 के लिए अपनी मार्केट आउटलुक रिपोर्ट जारी की है। कोटक म्यूचुअल फंड ने अपनी इस रिपोर्ट में अगले साल के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था और कैपिटल मार्केट की दिशा पर मैक्रोइकोनॉमिक (व्यापक-आर्थिक) अनुमान साझा करते हुए निवेश की अलग अलग थीम के बारे में बताया है, जिन पर निवेशक नजर रख सकते हैं।
रिपोर्ट में 5 प्रमुख थीम पर प्रकाश डाला गया है जो 2025 में बाजारों की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, आरबीआई अब से दिसंबर 2025 के बीच दरों में 50-75 बीपीएस की कटौती कर सकता है। वित्त वर्ष 2026 के लिए केंद्र और राज्य का संयुक्त घाटा 7 फीसदी के करीब रहने की उम्मीद है, जिससे वित्त वर्ष 2026 में भारत की रेटिंग में सुधार हो सकता है। अनुकूल मैक्रोइकोनॉमिक स्थितियां, रेटिंग में संभावित सुधार, संतुलित डिमांड-सप्लाई और ब्याज दरों में कटौती से 10-साल की गवर्नमेंट सिक्योरिटीज का यील्ड घट सकता है, जो अभी 6.25 फीसदी से 6.50 फीसदी के बैंड में ट्रेड कर रहा है। यह बाजार के मौजूदा माहौल में स्थायी रिटर्न चाहने वालों के लिए फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट को एक आकर्षक विकल्प बनाता है। कोटक महिंद्रा एएमसी के मैनेजिंग डायरेक्टर, नीलेश शाह का कहना है कि बाजार में गिरावट उचित वैल्यूएशन पर मौजूद फंडामेंटली मजबूत कंपनियों में निवेश करने का अवसर है। बाजार को आगे बढ़ाने के लिए अर्निंग ग्रोथ और पी/ई एक्सपेंशन के लिए सीमित अवसर के साथ, बहुत ज्यादा रिटर्न की उम्मीद नहीं करनी चाहिए, साथ ही टिकने वाले व लॉन्ग टर्म ग्रोथ पर फोकस करना जरूरी है। सरकारी खर्च में बढ़ोतरी और कंजम्पशन के मजबूत ट्रेंड से उम्मीदें बढ़ी हैं, और इसके चलते निजी बैंकिंग, ऑटो, टेलीकॉम, फार्मा और आईटी जैसे सेक्टर में वैल्यू के अवसर मौजूद हैं।