
नोवामुंडी,5 नवम्बर: चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ का अनुष्ठान नहाय खाय के साथ मंगलवार से शुरू हो गया. पवित्रता का पूरी तरह से ख्याल रखते हुये छठ व्रती स्नान के बाद अरवा चावल का भात,चने की दाल और कद्दू की सब्जी ग्रहण किये.

बता दें कि बुधवार से छठ व्रती खरना के साथ 36 घंटे का निर्जला उपवास करेंगे. व्रत करने वाले दिन भर निर्जला उपवास के बाद शाम को गुड से बनी खीर व रोटी कि प्रसाद ग्रहण करेंगी.

इसके बाद फिर निर्जला उपवास शुरू होगा. गुरूवार को अस्ताचलगामी और शुक्रवार को उदीयमान सूर्य को अर्य्य देने के साथ ही महापर्व छठ का समापन होगा.

खरना की रोटी और छठ का ठेकुआ बनाने के लिये महिलाएँ कई दिनों पहले से गेहूँ धोकर सुखायी है. साथ ही घरों की साफ सफाई पुरी कर ली है.