
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (SC-ST) आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के विरोध में आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति और बसपा ने भारत बंद बुलाया है.

कांग्रेस और जेएमएम भी इसका समर्थन कर रही है. इसके कारण नोवामुंडी,मझगाँव और डाँगोवापोसी में भारत बंद का मिला जुला असर देखने को मिला. बंद समर्थक सड़क पर उतर कर भारत बंद को सफल बनाने में जुट गये .

नोवामुंडी की बात करें तो सामान्य दिन की तुलना में आज वाहनों का परिचालन काफी कम है. मेेन चौक में आम दिनों में काफी भीड़ रहती थी. लेकिन आज वाहन तो नही चल रहे थे, सड़क पर लोग भी कम नजर आ रहे हैं. दूकानें बंद थी.

मझगााँव व डाँगोवापोसी में सभी दुकानें बंद हैं. बंदी को देखते हुए एहतियातन लोकल पुलिस चौकना थी. भाांरत बंद होने की वजह से सड़कों पर यात्री बसें नहीं दिख रही थी. झामुमो और काॅग्रेस के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को सामाजिक संगठनों के

कार्यकर्ताओं के साथ सडक पर उतर कर बंदी को सफल बनाते हुये देखे गए. बंद को सफल बनाने मेंक्रांति तिरिया,वीरेंद्र सिंकू, अभिषेक सिरका, विश्वनाथ हेंब्रम, आनंद करुआ, विकाश गगराई, रॉयल चतोंबा, ललित कुमार बोबोंगा, सुखलाल बोबोंगा, उमेश चंद्र तिरिया,

रोहित तिरिया, मंगल सिंह तिरिया, मिथुन तिरिया, सरोज सिंकु, अभिजीत गुच्छैत, आशीष गुच्छैत, जर्मन कैरम, अतुल नायक, प्रदीप प्रधान, राजेंद्र लागुरी, अलिस कुजूर, बापी करूआ, सोनाराम चतोंबा, सूरज मुखी, गगन पूर्ति, हिमांशु मुखी, भरत गुच्छैत,सोनू,सन्यासी राम,रवि, आकाश बेहरा आदि की भूमिका महत्वपूर्ण थी.