
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के पूर्व आनन्द मार्ग स्कूल कांड्रा में छात्रों को पद्मासन, दीर्घ प्रणाम, अग्निसार, शशांकासन, पदहस्तासन का अभ्यास कराया गया। योगाचार्य गोपाल बर्मन ने बताया कि भगवान सदाशिव ही योग के प्रथम प्रतिपादक थे। उन्होंने ही अष्टांग योग का आविष्कार किया था। स्वस्थ रहने के लिए और ईश्वर मुखी होने के लिए मनुष्य को आसन का अभ्यास करना चाहिए। उन्होंने बताया कि जीव के साथ परमात्मा का मिलन ही असली योग है। जीवात्मा का परमात्मा के साथ एकाकार होने का नाम ही योग है।