
गम्हरिया, कांड्रा समेत आस-पास के क्षेत्रों में लोक आस्था का महापर्व चैती छठ पर्व पर व्रतियों ने रविवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। घर पर बने कृत्रिम घाटों के अलावा विभिन्न नदी, तालाब में छठ व्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। इससे पहले छठ व्रतियों ने 36 घंटे की निर्जला उपवास रखा। सोमवार सुबह उदीयमान भास्कर को अर्घ्य चढाने के बाद चार दिवसीय छठ पर्व का समापन होगा।