
झारखंड बांग्ला भाषा समिति का एक प्रतिनिधिमंडल राजू चौधरी के नेतृत्व में राज्यपाल से मुलाकात की। इस दौरान राज्यपाल से राजभवन के प्रवेश द्वार पर बांग्ला लिपि से राजभवन लिखाने की मांग की गई। उन्होंने कहा कि राजभवन के प्रवेश द्वार पर उर्दू तथा संथाली लिपि में लिखी गई है परंतु बिना कारण के बांग्ला भाषा की उपेक्षा की गई है। चौधरी ने कहा कि वे किसी भाषा या लिपि के विरोधी नहीं हैं लेकिन बांग्ला लिपि को भी प्राथमिकता मिलनी चाहिए क्योंकि बांग्ला भाषा झारखंड की द्वितीय राजभाषा है। प्रतिनिधिमंडल में रंजीत मल्लिक, अरुप गांगुली आदि मौजूद थे।