
भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजना आदि कर्मयोगी अभियान 2025 के अंतर्गत आज नोवामुण्डी प्रखण्ड कार्यालय के सभागार में दो दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य आदिवासी क्षेत्रों में स्थानीय नेतृत्व को मजबूत करना और सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करना है।

कार्यक्रम में पंचायत प्रतिनिधियों, शिक्षकों और स्वयं सहायता समूहों (SHGs) के सदस्यों ने भाग लिया। ट्रेनिंग के दौरान प्रतिभागियों को “आदि कर्मयोगी”, “आदि सहयोगी” और “आदि साथी” की भूमिकाओं के बारे में विस्तार से बताया गया।
प्रतिभागियों को Village Vision 2030 बनाने की प्रक्रिया समझाई गई, ताकि हर गाँव आने वाले वर्षों में अपने विकास का स्पष्ट रोडमैप तैयार कर सके। ग्राम स्तरीय संसाधन मानचित्र तैयार कर अगले पांच बर्षों के लिए योजनाओं का चयन कर ग्राम सभा से पारित करने के लिए सूची तैयार करने। प्रत्येक ग्राम के अंतिम व्यक्ति/ नागरिक तक सरकारी योजनाओं से जोड़ने का प्रयास करने आदि जानकारी दिया गया। सभी विभागों के पदाधिकारियों/ कर्मचारियों के सहयोग से कार्य करने का दायित्व को पुरा करने के लिए आदि जानकारी साझा किया गया।
आदि सेवा केंद्र (Adi Seva Kendras) की अवधारणा बताई गई, जिसके माध्यम से ग्रामीण स्तर पर लोगों की समस्याओं का तुरंत समाधान हो सकेगा। प्रखंड स्तरीय मास्टर ट्रेनर द्वारा पंचायत स्तरीय मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण दिया गया।
विभिन्न सरकारी योजनाओं (शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, कृषि, महिला सशक्तिकरण आदि) को कैसे सही लाभार्थियों तक पहुँचाया जाए, इस व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया।