
रांची। बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान (बीआईटी) मेसरा के 71वें स्थापना दिवस का आयोजन 15 जुलाई 2025 को संस्थान के कैट हॉल में भव्य रूप से किया गया। कार्यक्रम की मेजबानी मीडिया सेल के प्रमुख मृणाल पाठक ने की। सुबह 10.30 बजे दीप प्रज्वलन और संस्थान प्रार्थना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। पूर्व छात्र और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की डीन, प्रो. श्रद्धा शिवानी ने स्वागत भाषण दिया। इसके बाद प्लेटिनम जुबिली समारोह का एक संक्षिप्त वीडियो प्रस्तुत किया गया। कुलपति प्रो. इंद्रनील मन्ना ने संस्थान की गौरवशाली यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश में स्वतंत्रता के बाद केवल तीन संस्थान ऐसे हैं जिन्हें प्लेटिनम जुबिली मनाने का अवसर मिला है। उन्होंने बताया कि बीआईटी मेसरा पूर्वी भारत का पहला संस्थान है जिसे 1986 में मानद विश्वविद्यालय का दर्जा मिला था। समारोह के मुख्य अतिथि, पूर्व निदेशक और वर्तमान में आईआईटी कानपुर के प्रो. डॉ. अजीत कुमार चतुर्वेदी ने संस्थान के गौरवशाली योगदान की सराहना की। वहीं, पूर्व छात्र और उद्योग विशेषज्ञ डॉ. गणेश नटराजन ने छात्रों को एआई जैसे क्षेत्रों में नेतृत्व करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर कई प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों को उनके विभागीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। आर्किटेक्चर विभाग के विद्यार्थियों के लिए विशेष पुरस्कार भी वितरित किए गए। कार्यक्रम का समापन दोपहर में राष्ट्रगान के साथ हुआ।