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नोवामुंडी,11 जनवरी:पद्मावती जैन सरस्वती शिशु मंदिर नोवामुण्डी में हर्षोल्लास से विवेकानंद जयंती मनाया गया। कार्यक्रम में विद्यालय कार्यकारिणी प्रबंध समिति के माननीय अध्यक्ष श्रीमान सुनील कुमार सिंह, माननीय सचिव श्रीमान रामस्वरूप पोद्दार, माननीया कोषाध्यक्ष श्रीमती मालती लागुरी एवं स्थानीय विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती सीमा पालित गुरु मां उपस्थित रहे। सर्वप्रथम कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन वंदना एवं स्वामी विवेकानंद जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर हुआ। विवेकानंद जयंती पर विद्यालय के भैया बहनों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम में कक्षा नवम के भैया बहनों द्वारा एक भजन, सामूहिक गीत, एकल नृत्य, सामूहिक नृत्य, नाटक एवं स्वामी विवेकानंद जी के जीवन पर प्रकाश डाला गया।
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स्थानीय विद्यालय के प्रधानाचार्या श्रीमती सीमा पालित गुरु मां ने अतिथियों का परिचय कराकर विवेकानंद जी के जीवन से सीख लेने को कहा। उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी के द्वारा कहे गए जीवन के पांच अनमोल वचनों पर प्रकाश देते हुए कहा कि जीवन में भाव सबसे महत्वपूर्ण होता है,भाव ही भगवान है दूसरा मातृभूमि मातृभाषा एवं अपने परिवार का सम्मान करना चाहिए ताकि उसके सभी कार्य सफल हो पाए तीसरा दान एवं सेवा की भावना होनी चाहिए चौथा चुनौती का सामना करना चाहिए डरो मत सामना करो पांचवां दिल और दिमाग में जब घमासान टक्कर हो तब दिमाग की ना सुने बल्कि दिल की सुनें सिर्फ उनकी जयंती मनाने से समाज में सुधार नहीं आएगा बल्कि उनके विचारों के साथ युवा पीढ़ी को आगे बढ़ना है ताकि समाज आगे बढ़े जब समाज बढ़ेगा तब देश आगे बढ़ेगा। माननीय अध्यक्ष महोदय ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी हमारे देश के गौरव है