
नोवामुंडी,2 दिसम्बर: नोवामुंडी अंचल कार्यालय के प्रधान लिपिक रंजीत गोप(43) का जमशेदपुर के ब्रहमानंद अस्पताल में इलाज के दरम्यान रविवार की देर रात निधन हो गया. उनके असमय निधन से प्रखंड सह अंचल कर्मियों में शोक की लहर दौडने लगी है. सोमवार को प्रखंड सह अंचल कर्मियों ने दो मिनट की शोक सभा आयोजित कर ईश्वर से उनकी आत्मा की शाँति हेतु प्रार्थना की. रंजीत गोप का ब्रेन स्टॉर्क होने के कारण उनके परिजनों के द्वारा चाईबासा के मुंधडा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहाँ, उनकी हालत को गंभीर देखते हुए उन्हें टाटा के ब्रह्मानंद अस्पताल में रेफर किया गया और वहां उनका ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के बाद डॉक्टर के द्वारा 48 घंटे में होश आने की बात कही गई ,लेकिन उनको होश नहीं आया और वह कोमा में चले गए. रविवार रात उनका निधन हो गया. उनके निधन से आंचल कर्मियों और प्रखंड कर्मियों में शोक की लहर दौड़ गई.रंजीत गोप काफी मृदु वासी और मिलनसार व्यक्ति थे. बता दें कि इसी साल 2024 मार्च के महीने में नोआमुंडी प्रखंड के प्रधान लिपिक धर्मेंद्र चौधरी का निधन दिल का दौरा पड़ने से टिस्को अस्पताल नोआमुंडी में हो गया. आज तक नोआमुंडी प्रखण्ड के प्रधान लिपिक का पद खाली पड़ा है अब तो प्रखण्ड सह अंचल कार्यालय दोनों प्रधान लिपिक विहीन हो गया है.
फोटो .प्रखंड सह अंचल कर्मियों द्वारा शोक सभा करते हुये