
नयी दिल्ली। सैमसंग आरएंडडी इंस्टिट्यूट नोएडा (एसआरआई-नोएडा) और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) बॉम्बे ने डिजिटल हेल्थ, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और अन्य उभरती तकनीकों में शोध को प्रोत्साहित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस पांच वर्षीय साझेदारी का उद्देश्य अत्याधुनिक तकनीकों में संयुक्त शोध करना और अगली पीढ़ी की तकनीकों का विकास करना है। एमओयू के तहत, आईआईटी बॉम्बे के छात्र सैमसंग के इंजीनियरों के साथ मिलकर काम करेंगे, जिससे उन्हें उद्योग का प्रायोगिक अनुभव मिलेगा। सैमसंग के इंजीनियरों के लिए आईआईटी बॉम्बे विशेष प्रशिक्षण और प्रमाणन कार्यक्रम भी आयोजित करेगा, जिससे वे डिजिटल हेल्थ और एआई जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल कर सकें। समझौते पर हस्ताक्षर एसआरआई-नोएडा के प्रबंध निदेशक क्युनग्यून और आईआईटी बॉम्बे के शोध एवं विकास विभाग के एसोसिएट डीन प्रो. उपेंद्र वी. भंडारकर ने किए। इस अवसर पर कोइटा सेंटर फॉर डिजिटल हेल्थ के प्रमुख प्रो. रणजीत पादिनहतीरी और अन्य प्रख्यात शिक्षाविद भी मौजूद थे। इस अवसर पर सैमसंग आरएंडडी के एमडी क्युनग्यून ने कहा कि यह साझेदारी उद्योग और शिक्षा जगत की विशेषज्ञता को एक साथ लाकर नई खोज और नवाचार के अवसर प्रदान करेगी। हमारा लक्ष्य डिजिटल हेल्थ और एआई में असली दुनिया की समस्याओं का समाधान करना है। वही आईआईटी बॉम्बे के प्रो. उपेंद्र वी. भंडारकर ने कहा कि यह समझौता नवाचार और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह साझेदारी शोध पत्रों के प्रकाशन, जानकारी के आदान-प्रदान और उद्योग-उन्मुख नवाचार को प्रोत्साहित करेगी, जिससे भविष्य की तकनीकों के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।