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झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार एवं राष्ट्रीय महिला आयोग के संयुक्त तत्वाधान में जिला विधिक सेवा प्राधिकार, चाईबासा (पश्चिमी सिंहभूम) द्वारा दिनांक 21-11-2024 को नोआमुंडी प्रखंड कार्यालय में विधिक जागरूकता कार्यक्रम
“विधान से समाधान” का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ विशिष्ट अतिथि सुरेंद्र चातोंबा (स्थानीय मानकी) और कल्याण पदाधिकारी रविंद्र कुमार सिंह देव द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।इस जागरूकता शिविर में डायन प्रथा, महिलाओं और बच्चों के अधिकार, मुफ्त विधिक सेवा का लाभ लेने की प्रक्रिया, और दैनिक जीवन में कानूनी सहायता प्राप्त करने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम के दौरान PLV की पुलिस स्टेशन में नियुक्ति और उनकी भूमिका की जानकारी भी साझा की गई, ताकि समाज के जरूरतमंद लोग उनसे सीधे संपर्क कर सकें।
कार्यक्रम में आंगनबाड़ी सुपरवाइजर, महिला समूहों, जेएसएलपीएस की महिलाएं, और आंगनबाड़ी सेविकाओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई और अपने विचार साझा किए।इस शिविर के माध्यम से, उपस्थित महिलाओं और अन्य प्रतिभागियों को यह बताया गया कि वे डायन प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों और महिलाओं व बच्चों पर होने वाले अत्याचारों के खिलाफ कैसे कानूनी मदद ले सकते हैं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) के तहत मुफ्त कानूनी सहायता प्राप्त करने के लिए पात्रता और प्रक्रिया को भी स्पष्ट किया गया।
कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लेने वाले PLV:
• दिल बहादुर (नोआमुंडी)
• उमर सादिक (जगन्नाथपुर)
• अनीता साहनी (किरिबुरु)
• प्रमिला पात्रो (नोआमुंडी महिला थाना)
• सुनील देवगम (नोआमुंडी)
• प्रभास कुमार करजी (हाटगम्हारिया)
यह कार्यक्रम समाज में कानूनी जागरूकता बढ़ाने और जरूरतमंदों को न्याय एवं उनके अधिकार दिलाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।