
नोवामुंडी,23 दिसम्वर: टाटा डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल नोवामुंडी में सोमवार को श्रद्धानंद बलिदान दिवस एवं श्रीनिवास रामानुजन की जयंती का आयोजन किया गया | इसके के दौरान, भाषण, गायन, लेखन प्रतियोगिता,प्रार्थना गाना, मूल्य, अंकगणित, अपनी प्रतिभा दिखाएं, मेरी सोच, मेरे विचार, पढ़ना, और अभिव्यक्ति जैसे विषयों पर गतिविधियों का आयोजन किया गया |

कार्यक्रम की शुरुआत में प्राचार्य श्री प्रशांत कुमार भूयान ने दोनों महानुभावों के चित्र पर वैदिक मन्त्रों के साथ दीप प्रज्वलन के द्वारा पुष्पांजली अर्पित किया जिसमें वरिष्ठ संस्कृत शिक्षक सुरेश पंडा ने अन्य उपस्थित शिक्षकों के साथ सहभागिता की | श्री निवास रामानुजन के बारे में बताते हुए कक्षा – 11 की बासमा ने अपने विचार प्रस्तुत किये , वहीं कक्षा – 7 की आफियाँ ने श्रद्धानंद जी के जीवन पर प्रकाश डाला | प्राचार्य श्री प्रशांत कुमार भूयान ने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द सरस्वती (मुंशीराम विज) का जन्म 22 फरवरी, 1856 एवं मृत्यु 23 दिसम्बर, 1926 को हुआ था | वे भारत के शिक्षाविद, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा आर्यसमाज के संन्यासी थे जिन्होंने स्वामी दयानन्द सरस्वती की शिक्षाओं का प्रसार किया। वे भारत के उन महान राष्ट्रभक्त संन्यासियों में अग्रणी थे, जिन्होंने अपना जीवन स्वाधीनता, स्वराज्य, शिक्षा तथा वैदिक धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित कर दिया था। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय सहित अनेक शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना की और हिन्दू समाज व भारत को संगठित करने तथा 1920 के दशक में शुद्धि आन्दोलन चलाने में महती भूमिका अदा की। उन्होंने अछूतोद्धार के लिये भी महान कार्य किया।