
नोवामुंडी: पीएचसी नोआमुंडी में अव्यवस्था का शिकार हो रहे रोगी. पेयजल के लिए मचा है हाहाकार. पीने का पानी के साथ मरीजों को शौचालय जाने के लिए भी पानी नहीं मिल पा रहा. हॉस्पिटल में लगी मोटर कई सालों से खराब पडी है. पानी के लिए पीएचईडी ग्रामीण जलापूर्ति समिति के पाईप लाईन पर निर्भर रहना पड़ता हैं. मजे की बात, तो यह है कि पानी नहीं मिलने के कारण मरीजों के साथ -साथ अस्पताल में ड्यूटी कर रही महिला कर्मियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

वैसे,अस्पताल से 100 मीटर की दूरी पर एक लगा चापानल है,परंतु कई सालों से खराब पड़ा है और अगल बगल कहीं पानी की सुविधा नही है. इतना ही नहीं वहां उपस्थित रोगियों ने यह बताया कि इस अस्पताल में डॉक्टर भी नहीं आ रहे हैं ।जिस कारण उन्हें काफी दिक्कत हो रही है।इसमें ताज्जुब की बात यह है कि प्रखंड कार्यालय से 10 कदम और पीएचईडी ऑफिस से 500 मीटर की दूरी पर स्थित नोवामुंडी के पीएचसी का ये हाल है, तो खुद ही अंदाजा लगा लीजिए कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों में पेयजल का क्या हाल होगा.