
M 40 ग्रेड – 798 रुपए प्रति स्क्वायर मीटर,
M 35 ग्रेड – 890.56 रुपए प्रति स्क्वायर मीटर
उप नगर आयुक्त कृष्ण कुमार दोनों जगह के प्रभारी फिर भी किया है मतभेद : विकास सिंह
जमशेदपुर : भाजपा के पूर्व नेता रहे विकास सिंह ने हाल ही के दिनों में जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमेटी एवं मानगो नगर निगम के द्वारा निकाली गई निविदा की प्रति प्रमाण के रूप में देते हुए कहा कि मानगों की लगभग तीन लाख आबादी को मानगो नगर निगम के उपनगर आयुक्त कृष्ण कुमार गंदी और कमजोर निगाह से देखते हैं शायद इसलिए उनके द्वारा निकाली गई निविदा में एक ओर जहां जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमेटी अंतर्गत आने वाले सभी क्षेत्रों में M 40 ग्रेड की ताकत का पेवर्स लगाने का निविदा निकाला गया है वहीं दूसरी ओर मानगो नगर निगम अंतर्गत आने वाले सभी क्षेत्रों में M 35 ग्रेड की ताकत का पेवर्स लगाने का निविदा निकाली गई है और वह भी अधिक दर में । विकास सिंह ने कहा कि एक ओर जहां कम ग्रेड वाले पेवर्स की कीमत कम होनी चाहिए वही कृष्ण कुमार के द्वारा निकल गई निविदा में कम ग्रेड वाले की कीमत कई गुना अधिक है विकास सिंह के द्वारा उपलब्ध कराए गए साक्ष्य के अनुसार M 40 ग्रेड की कीमत 798/प्रति मीटर स्क्वायर जो जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमेटी अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में लगेगी और M 35 ग्रेड की कीमत 890/प्रति मीटर स्क्वायर है जो मानगो नगर निगम अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में लगेंगे । विकास सिंह ने कृष्ण कुमार से पूछा की मानगो के लोगों ने क्या गुनाह किया है जो उनके क्षेत्र में अधिक कीमत में कम ताकत वाली पेवर्स लगाने का कार्य एक ही पदाधिकारी के द्वारा एक ही समय में किया जा रहा है । विकास सिंह ने कहा की कमीशन के खेल में एक बड़ी नासमझी वाली गलती कृष्ण कुमार के द्वारा की गई है जिसका उन्होंने उजागर करने का प्रयास किया है विकास सिंह ने कहा कि विगत कुछ महीनो से प्रत्येक क्षेत्र में थाना से लेकर बिजली विभाग, पेयजल विभाग, नगर निगम एवं अंचल कार्यालय में कमिश्नर और घूसखोरी में बेहद आशा वृद्धि हुई है या क्यों हुई और कब से हुई या भी जांच का विषय है विकास सिंह ने उपायुक्त महोदय को ध्यान आकर्षित कराते हुए कहा कि एक ही अधिकारी के द्वारा एक ही जिले में दो प्रकार का दर और दो प्रकार का मापदंड वह भी कमजोर की कीमत अधिक और मजबूत की कीमत कम यह एक बहुत बड़ा भ्रष्टाचार है इसकी जांच वरीय प्रशासनिक पदाधिकारी की टीम बनाकर दूध का दूध और पानी का पानी कर दोषियों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ।