
ईमानदारी की मिसाल पेश की है कांड्रा रेलवे में कार्यरत की मैन दीपक कुमार ने। बताया गया कि छपरा से टाटानगर आ रहे अंकित यादव का बैग जो कपड़े और महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट से भरा हुआ था उन्हें कांड्रा बिराजपुर डाउन लाईन के समीप आज ड्यूटी के दौरान रेल पटरी के किनारे झाड़ियों में मिला उन्होंने बताया कि बैग में रखे आधार कार्ड में उनका नंबर अंकित था उनके नंबर से पता लगाया तो अंकित यादव ने ट्रेन से बैग गिरने की बात स्वीकार की रेलवे में कार्यरत दीपक कुमार ने अंकित यादव से संपर्क किया और उन्हें कांड्रा आरपीएफ कार्यालय बुला लिया बताते चलें कि अंकित यादव छपरा से थावे एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ कर टाटानगर 20 अक्टूबर को आ रहे थे टाटानगर स्टेशन उतरने के लिए वे गेट के समीप आकर खड़े हो गए उसी दौरान उनके कंधे से बैग टूट कर रेल पटरी के कुछ दुरी पर झाड़ियां में गिर गया था की रेलवे पटरी पर काम करने वाले की मैन को लावारिस हालत में यह बैग रेल पटरी से कुछ दूरी पर झाड़ियां में गिरा मिला. वो चाहते तो बड़ी आसानी से बैग को अपने साथ रख सकते थे. लेकिन ईमानदारी की मिसाल देते हुए अंकित यादव से मोबाइल नंबर पर संपर्क कर वे आज बैग के मालिक अंकित यादव को आरपीएफ कार्यालय बुलाकर आरपीएफ के समक्ष उनका बैग सुपुर्द कर दिया ईमानदारी की मिसाल पेश करने वाले रेलवे के दीपक कुमार की खूब तारीफ हो रही है.बताते चले की रेलवे पटरी पर काम करने वाले की मैंन को महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट और बैग में रखे कपड़ों के साथ लावारिस हालत में एक बैग रेल पटरी से कुछ दूरी पर झाड़ियां में गिरा मिला. वे चाहते तो बड़ी आसानी से बैग को अपने साथ रख सकते थे. लेकिन ईमानदारी की मिसाल देते हुए अंकित यादव का मोबाइल नंबर आधार कार्ड पर लिखा हुआ था उस नंबर से संपर्क कर वे आज बैग के मालिक अंकित यादव. को आरपीएफ कार्यालय बुलाकर आरपीएफ के समझ उनका बैग सुपुर्त कर दिया
ईमानदारी की मिसाल पेश करने वाले रेलवे कार्यरत की मेंन दीपक कुमार की खूब तारीफ हो रही है.वही मौके पर एएसआई ओ0पी यादव ,स्टेशन मास्टर एनके पाण्डे, आरपीएफ इंदरजीत कुमार, आरपीएफ प्रमोद दास मौजूद थे