
नोआमुंडी पीएचडी ऑफिस के प्रांगण में लगा जल मीनार काफी जर्जर हो गया है जिस कारण लोग दहशत से यहां से पानी लेकर जा रहे है बताते चले की 2003 में ग्रामीणों की जल समस्या को दूर करने के लिए यह यह जल मीनार लगाया गया था
और वर्तमान में पेय जल ग्रामीण जला पूर्ति समिति के अधीन इस जल मीनार से लगभग 380 घरों में पीने का पानी की आपूर्ति की जाती हैं इस जल मीनार की हालत काफी नाजुक हो गयी जगह-जगह इसमें दरार आ चुकी है जलमीनार के पाए में भी दरार पड़ गयी है जल मीनार के ऊपर की रेलिंग पूरी तरह से सड़ गयी है अगर समय रहते इस पर ध्यान नही दिया गया तो ये आने वाले समय में कभी भी धराशाई हो सकता है

स्थानीय पानी संचालक अशोक कुमार ने बताया यथाशीघ्र इस टंकी के मरम्मत होनी चाहिए नहीं तो आने वाले दिनों में लोगों को पीने के पानी के लिए काफी समस्या हो सकती है वर्तमान में ही लोगों को पीने के पानी के लिए समस्या हो रही है क्योंकि समिति का एक मोटर खराब हो चुका है जिसके कारण 6 टोला में बारी-बारी से एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई दी जा रही है।