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जमशेदपुर। राष्ट्रीय सनातन सिख सभा के संयोजक, अधिवक्ता एवं पत्रकार कुलविंदर सिंह ने भगवान सिंह को सलाह दी है कि वह देरी नहीं करें और जल्दी से जल्दी एसएसपी के पास जाकर शिकायत करें।
पत्रकार बेचारा क्या साजिश रचेगा उसको कौन सा प्रधान का पद लेना है। साजिश तो इनके सेंट्रल कमेटी के दफ्तर में रची जाती है। पिस्तौल लेकर बैठे रहते हैं और सामने वाले को धमकाते हैं। इतिहास पंजाब में सजा काटने का है। इनके गलत कामों का विरोध किया तो पहले बैठक में धक्का दिलवाया, दूसरी बार गाली दिलवाई, तीसरी बार गाड़ी तुड़वाया और चौथी बार हमला करवाया।मतलब दूसरे प्रधानों के लिए संदेश है कि जो मेरे खिलाफ जाएगा उसको प्रधान पद से उतारेंगे और पीटेंगे। अपनी करनी से संगत के निशाने पर आए तो सस्ती लोकप्रियता और लोगों का ध्यान बांटने के लिए भोग में रोटी दाल का शोशा छोड़ दिया। हर व्यक्ति अपने सामर्थ्य, सर्किल, हैसियत, श्रद्धा से पूर्वज के लिए कार्यक्रम करता है।धर्म संबंधी मामलों में आदेश देने का अधिकार केवल पांच तख्त के जत्थेदारों को है।
बहुत ज्यादा समाज की चिंता है तो क्यों नहीं लागू करते कि कोई दहेज न लगा और ना देगा, गुरुद्वारे में मुफ्त आनंद कारज होगा।बस कोई काम नहीं है, दफ़्तर में लगे रहिए कि अगला चुनाव किस तरह फर्जीवाड़ा कर जीतना है। दो बार कार्यकाल की कौन बात करें मुझे तो तीन बार नहीं बल्कि जिंदगी भर प्रधान बने रहना है। दूसरे को नियम बता रहे हैं क्यों मानगो में अपने तीसरी बार प्रधान हैं? अपना स्वार्थ साधना था तो किसान आंदोलन का हवाला देकर लोकसभा चुनाव में झामुमो के लिए वोट मांग रहे थे और अब टिकट मांगने को दिल्ली बीजेपी की शरण में चले गए?फिर यह भी याद करें कि मेरे खिलाफ कदमा थाना में केस कराने सरदार गुरमुख सिंह के साथ कौन गया था? सीतारामडेरा थाना कौन गया था?